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दिल्ली में कृषि विश्विद्यालय के इन्क्यूबेशन सेंटर और चार स्टार्टअप को मिला अवॉर्ड

रायपुर । नई दिल्ली में आयोजित भारत उद्यमिता शिखर सम्मेलन 2024 में रायपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर के साथ ही 4 स्टार्टअप ने अवॉर्ड हासिल किया है। भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर शोम्बी शार्प ने आरकेवीवाई रफ्तार एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर आईजीकेवी आर-एबीआई को भारत इन्क्यूबेटर अवॉर्ड से सम्मानित किया। सेंटर के हेड व सीईओ प्रो. हुलास पाठक ने बताया कि सेंटर में स्टार्टअप को आगे बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे कार्य को देखते हुए यह अवॉर्ड दिया गया है। साथ ही सेंटर में इन्क्यूबेट 4 स्टार्टअप भी सम्मानित हुए हैं।

पढ़े अवार्ड प्राप्त करने वाले स्टार्टअप की कहानी

भारत एग्रीप्रेन्योर अवार्ड – अमित गुप्ता, वृद्धिजल टेक्नोलॉजी

वृद्धिजल एग्री टेक्नोलॉजी के फाउंडर अमित गुप्ता ने एक ऐसा लिक्विड ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर तैयार किया है, जिससे फसल की ग्रोथ, फ्लॉवरिंग बढ़ती और प्रोडक्शन में लगभग 20 फीसदी तक की ग्रोथ होती है। हमने आरओ के वेस्ट वॉटर सॉल्यूशन पर काम करते हुए यह प्रोडक्ट डेवलप किया। इसे कपास, नीम, गोबर जैसे 12 प्रकार के आइटम मिलाकर तैयार किया गया है, जिसे किसानों को केवल स्प्रे करना होता है। मैंने 2020 में स्टार्टअप शुरू किया था। पहले डेढ़ साल तक प्रोडक्ट बनाने और टेस्ट करने में लगे। जब शुरू किया उस समय मैं एक कंपनी में 17 लाख की पैकेज में काम कर रहा था। 6 माह तक जॉब करते हुए प्रोडक्ट पर काम किया उसके बाद जॉब छोड़ दी। अभी प्रोडक्ट राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में सेल कर रहे हैं। पिछले साल सवा 3 करोड़ का टर्नओवर था। वे प्रॉपर जयपुर से हैं।

भारत वुमन आंत्रप्रेयोर अवॉर्ड – विनीता पटेल, आरुग

आरुग की फाउंडर विनीता पटेल री-यूजेबल सैनेटरी पैड और उसके अवेयरनेस पर पिछले 2 साल से काम कर रही हैं। उन्होंने अलग-अलग तरह के कपड़ों का उपयोग कर अलग-अलग टाइप के सैनेटरी पैड बनाया। इसे 80 से 200 बार यानी 3 से 4 साल तक उपयोग किया जा सकता है। विनीता बताती हैं कि आरुग प्रोजेक्ट के तहत हम स्कूल-कॉलेज और गांव में जाकर लोगों को मासिक धर्म से संबंधित अवेयरनेस प्रोग्राम करते है। अभी तक 10 हजार महिलाओं और 500 से ज्यादा पुरुषों को अवेयर कर चुके हैं। इसमें उनके भाई को-फाउंडर प्रकाश पटेल भी साथ दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव की महिलाएं पुराने कपड़ों का उपयोग करते हैं, जिससे कई तरह की समस्याएं होती है। इसी को देखते हुए मैंने इस पर काम शुरू किया। अब तक 6 हजार से ज्यादा लोगों को प्रोडक्ट सेल कर चुकी हूं। प्रॉपर रायगढ़ के एक छोटे से गांव सरईडीपा से हूं।

भारत इनोवेटर अवार्ड – अनुराधा साहू, हाना क्रिएशंस

हाना क्रिएशंस की फाउंडर 60 साल की अनुराधा साहू हैंडीक्राफ्ट आर्टिस्ट हैं। वे पिछले 45 सालों से इस पर काम कर रही हैं। वे सूखे फूल-पत्तों की मदद से पैकेजिंग आइटम, पेंटिंग और डेकोरेटिव प्रोडक्ट डिजाइन करती हैं। उन्होंने बताया कि मैंने बॉटनी से पढ़ाई की है। जिस तरह से नए फूलों में ताजगी होती है, उसी को मैंने सूखे फूल-पत्तियों में देखा और उस पर ही काम शुरू किया। मुझे 2015 में इसके लिए पेटेंट भी मिल चुका है। इसमें भारत के साथ ही यूएस, जापान, िसंगापुर, जर्मनी के पेटेंट मिले हैं। उन्होंने बताया कि हस्तशिल्प में पहली बार किसी को पेटेंट मिला है। 15 देशों में अपने प्रोडक्ट का एग्जीबिशन लगा चुकी हूं और 4 हजार से ज्यादा लोगों को ट्रेन भी कर चुकी हूं। अनुराधा ने 2019 में स्टार्टअप शुरू किया। उन्हें इसके लिए राष्ट्रपति अवॉर्ड भी मिल चुका हैं।

– भारत आंत्रप्रेन्योर अवॉर्ड – अवीन डोकला, फार्मक्रेट

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