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आरसीएम की 25वीं वर्षगाँठ पर रूपांतरण यात्रा, 100 दिन में 17,000 किलोमीटर का सफर

आरसीएम की रूपांतरण यात्रा को रायपुर में मिला जोरदार प्रतिसाद

रायपुर । आरसीएम की राष्ट्रव्यापी रूपांतरण यात्रा ने 15 अक्टूबर को रायपुर में अपना सफल पड़ाव पूरा किया। रूपांतरण यात्रा, आरसीएम की 25वीं वर्षगाँठ के सेलिब्रेशन का हिस्सा है और 100 दिवसीय यात्रा है जो 17,000 किलोमीटर चलकर, 75 शहरों से होते हुए और 25 भव्य सेलिब्रेशन कार्यक्रम आयोजित करेगी। रायपुर में अपने पड़ाव के दौरान, रूपांतरण यात्रा ने आरसीएम के मूल स्तंभों स्वास्थ्य, सेवा, और संस्कार को सुदृढ़ किया। इसमें उन महिला अचीवर्स, युवा लीडर्स और समाज सेवा में सक्रिय व्यक्तियों की प्रेरणादायक यात्रा को सबसे सामने उजागर किया, जिन्होंने आरसीएम सिस्टम के माध्यम से अपने जीवन को बदला। आयोजन में आरसीएम के स्वास्थ्य और वेलनेस को बढ़ावा देने वाले किफायती उत्पादों की श्रृंखला को भी प्रदर्शित किया गया। रूपांतरण यात्रा का पड़ाव रायपुर में रखकर, आरसीएम ने मौजूदा एसोसिएट बायर्स के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया और नए सदस्यों का स्वागत किया।

रायपुर के लोगों ने यात्रा का भव्य स्वागत अत्यधिक उत्साह के साथ किया और जैनम मानस भवन, एयरपोर्ट रोड, रामचंडी, रायपुर, छत्तीसगढ़ में सैकड़ों व्यक्तियों ने इस भव्य उत्सव में भाग लिया। कार्यक्रम को दो भागों में आयोजित किया गया, सुबह स्वास्थ्य व सेवा सम्बंधित गतिविधियाँ हुईं और शाम को सेलिब्रेशन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

लोगों ने जरूरतमंदों के लिए डोनेट किए ब्लूड

विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया। इसमें अनेक लोगों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान कर जरूरतमंदों को जीवनदान दिया और समाज में सेवा, स्वास्थ्य एवं संस्कार का प्रेरक संदेश दिया। इस दौरान 35 यूनिट से ज्यादा ब्लूड डोनेट हुए। साथ ही हाल ही में लॉन्च हुई मनसा वाचा कर्मणा – एक कर्मयोगी की जीवनी, जो आरसीएम के संस्थापक तिलोकचंद छाबड़ा के जीवन पर आधारित है, कार्यक्रम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह पुस्तक उनके कर्मयोगी जीवन की यात्रा को प्रस्तुत करती है, जिसमें उनके मूल्यों और उनके विचारों और कार्यों के उस प्रभाव को भी उजागर करती है, जिसने लाखों लोगों के जीवन को बदला है।

रूपांतरण यात्रा छत्तीसगढ़ में प्रगति के अवसरों और समग्र समाजिक विकास को आगे बढ़ाएगी

मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ छाबड़ा ने कहा, रायपुर में रूपांतरण यात्रा सेलिब्रेशन तो इस लम्बी यात्रा का बस एक पड़ाव है, इस 17,000 किलोमीटर लम्बे रास्ते पर आगे बढ़ते हुए, हम हर महिला को गरिमा, शक्ति और आत्मविश्वास के साथ जीवन जीने का अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि महिलाएँ भी पुरुषों के समान नये भारत के निर्माण में समान रूप से योगदान दे सके। मैनेजिंग डायरेक्टर प्रियंका अग्रवाल ने कहा, रायपुर में रूपांतरण यात्रा के लिए जो उत्साह और जूनून देखा, उसे देखकर गर्व का अनुभव कर रहा हूँ। मुझे पूरा यकीन है कि यह यात्रा भारतभर में लाखों लोगों को सशक्त बनाएगी और आने वाली पीढिय़ों के लिए एक स्थायी और समृद्ध भविष्य का निर्माण करेगी। सीईओ मनोज कुमार ने कहा, रूपांतरण यात्रा ऊर्जा और प्रेरणा देकर जा रही है, जो रायपुर और छत्तीसगढ़ में प्रगति के अवसरों और समग्र समाजिक विकास को आगे बढ़ाएगी और साथ ही यात्रा के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त करेगी।

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