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एनआईटी के दीक्षांत में पहली बार मानद उपाधि, डॉ एस सोमनाथ होंगे सम्मानित

एनआईटी रायपुर का 15वां दीक्षांत समारोह 28 फरवरी को

रायपुर । एनआईटी का 15वां दीक्षांत समारोह 28 फरवरी को आयोजित किया जा रहा है। यह दीक्षांत बाकि सभी दीक्षांत समारोह से अलग होने जा रहा है। एनआईटी के दीक्षांत समारोह के इतिहास में पहली बार किसी व्यक्ति को मानद उपाधि से नवाजा जाएगा। समारोेह में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ डॉक्टरेट ऑफ साइंस की मानद उपाधि से सम्मानित किए जाएंगे। वे दीक्षांंत के गेस्ट ऑफ ऑनर भी होंगे और चीफ गेस्ट किर्लोस्कर ब्रदर्स के प्रबंध निर्देशक संजय किर्लोस्कर होंगे।एनआईटी के पब्लिक एंड मीडिया रिलेशन्स सेल के चेयरपर्सन प्रोफेसर डॉ एनडी लोंढे ने बताया कि इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ की उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें मानद उपाधि दी जा रही हैं। वहीं इस बार दीक्षांत सुबह से शाम तक चलेगा। पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में सुुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलने वाले समारोह में गोल्ड मेडलिस्ट के साथ ही सभी स्टूडेंट्स को भी डिग्री दी जाएगी।

कौन हैं डॉ एस सोमनाथ?

डॉ. श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ, एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, जिन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। उनकी अध्यक्षता में इसरो ने चंद्रयान-3 भारतीय चंद्र अन्वेषण मिशन चलाया। विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर 23 अगस्त 2023 को चंद्र दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के पास उतरा, जिससे भारत चंद्र दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यान उतारने वाला पहला देश और चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन करने वाला चौथा देश बन गया। वे विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र तिरुवनंतपुरम के निदेशक और द्रव प्रणोदन प्रणाली केंद्र तिरुवनंतपुरम के निदेशक के रूप में कार्य भी किया है। उन्हें प्रक्षेपण यान डिजाइन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से प्रक्षेपण यान प्रणाली इंजीनियरिंग, संरचनात्मक डिजाइन, संरचनात्मक गतिशीलता और आतिशबाज़ी बनाने की विद्या के क्षेत्रों में।

2010 में भी बनी थी प्लानिंग

जानकारी के अनुसार, एनआईटी के दीक्षांत में मानद उपाधि देने की प्लानिंग इससे पहले भी की जा चुुकी हैं। 2010 में भी येे मानद उपाधि देने की बात तय की गई थी लेकिन फाइनल मीटिंग में इसे मना कर दिया गया था। उसके बाद अब फाइनली मानद उपाधि दी जा रही हैं।

27 गोल्ड और 26 सिल्वर मेडल

दीक्षांत समारोह में 13 गोल्ड और 12 सिल्वर मेडल अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में और 14 गोल्ड और 14 सिल्वर मेडल पोस्ट ग्रजुएट प्रोग्राम में दिए जाएंगे। यानी समारोह में छात्र-छात्राओं को 27 गोल्ड और 26 सिल्वर मेडल दिए जाएंगे। समारोह में ओवर ऑल टॉपर गोल्ड से श्रीयांश गौर को दिया जाएगा। उन्होंने संस्थान में 9.75 सीपीआई हासिल किए है। साथ ही उन्हें डिपार्टमेंट टॉपर का भी गोल्ड दिया जाएगा। यानी श्रीयांश को दो गोल्ड मेडल से नवाजा जाएगा। समारोेह में 28 रिसर्च स्कॉलर्स को पीएचडी की उपाधि और 1279 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी जाएगी। समारोह शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स को 20 फरवरी तक पंजीयन कराना होगा। यदि छात्र दीक्षांत समारोह में उपस्थित नहीं होते तो उपाधि प्रमाण पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजी जाएगी।

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